सासु मां ने भेजा था
रजाई के अंदर
ठंड का मजजा लेते
किसी ने कहा कि दुनिया में
बवाल हो गया है
किसी ने कहा कि
किसी ताकतवर ने
कुछ कमजोर लोगों को सताया हैं
सदियों से ये होता चला आ रहा है
हीन भावना से ग्रसित इंसान
जब जब ताकत पाता है
तब तब किसी कमजोर की आह निकलवाता है
मैं भी कमजोर ही हूं
क्या पता ये इंसान
मेरे पीछे भी आ जाए
इसीलिए ये आधी खाई हुई
पीरकिया
का मेरे जीवन में महत्व
और भी बढ़ जाता है
चैन से आज आधी खा लेता हूं
चैन से दो पल बिता लेता हूं
चैन से दो पल बिता लेता हूं
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